जला है जिस्म जहाँ
राही मासूम रज़ा को पढ़ना अपने आप में एक तज़ुर्बा तो है, ख़ास तौर से तब जबकि उनके बय...
13 Years Ago
अमेरिका का राष्ट्रपति… और उसके मज़े
पिछले दिनों, करीब दो-ढाई माह पहले एक फ़ीचर पढ़ा था, “ अफ़गानिस्तान में फँसा अभिम...
14 Years Ago
तेरी आवाज़, को काग़ज़ पे रखके, मैंने चाहा था कि पिन कर लूँ........
गुलज़ार पर कुछ लिखना जैसे मन के कितने कोनो से गुजरना है .....कितनी जिंदगियो को र...
14 Years Ago
अज़ीब आदमी
उन दिनों सरकार ने बाहर जाने पर कड़ी पाबंदी लगा रखी थी और क्योंकि बु...
14 Years Ago
किसी का मुंह जो यह बात हमारे मुंह पर लावे
.... ... के हमने यह नायाब अफ़साना जो रानी केतकी के नाम से चलता है , पूरा न ...
14 Years Ago
हमारे दरमिया ऐसा कोइ रिश्ता नहीं था .....
परवीन शाकिर... गर आज़ाद नज़्म को बेबाकी से कहना भी एक हुनर है ... तो यकीन मानिये इस ...
14 Years Ago