I write to express myself, the poems, songs, artists I like
and the places I visit - all those inspire me to write.
I
love Raj Kapur, Mukesh and like many many poets.
लीजिए आज फिर से प्रस्तुत है एक और पुराना ब्लॉग- मेरे एक पुराने मित्र एवं सीनियर श्री कुबेर दत्त का एक गीत मैंने पहले भी शेयर किया है, उसकी कुछ पंक्तियां याद आ रही हैं- करते हैं खुद से ही, अपनी चर्च…