फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी … Fagun Tihar Aage Rango Sangwari
आइये सुनते हैं बैतल राम साहू और सुशीला ठाकुर की आवाज में होली गीत फागुन ति...
11 Years Ago
तेहां आगी के ओखी आये रे … Teha Aagi Ke Okhi Aaye Re
आदमी के अंदर का जानवर जब-जब जगता है, तब-तब ऐसी घटना होती है जिसे एक सभ्य समाज के...
12 Years Ago
चलो सखी लंका गड़ के … Chalo Sakhi Lanka Gadh Ke
बस्तर अंचल के हल्बी-भतरी और बस्तरी परिवेश में धनकुल गीतों की महत्त्वपूर्ण प...
12 Years Ago
चितावर में वो चिरई बोले … Chitawar Me Wo Chirai Bole
बटकी में बासी अउ चुटकी में नून, एक पईसा के भाजी ला दू पईसा बेचे गोई, गुलगुल भजि...
12 Years Ago
एसे एसे मँडई कोंडागाँव चो … Ese Ese Mandai Kondagaon Cho
धान की फसल कट कर खलिहान में आ गयी और मिंजाई हो जाने के साथ ही बस्तर अंचल ही नही...
12 Years Ago
ना काँद रे डाउल बुटा … Na Kand Re Daul Buta
बिहा गीत बस्तर में अनेक जनजातियाँ निवास करती हैं। इनमें गोंड (मुरिया, माड़िय...
12 Years Ago