Purushottam Pandey

Purushottam Pandey's Jale

A peek into the intricacies of human life through poems and
stories.

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  • Updated 2 Years Ago

ये हो क्या रहा है?

Updated 6 Years Ago

एक सज्जन दवा की दूकान से कीड़े मारने की दवा खरीद कर लाये, घर आकर जब उस डिब्बे की खोला तो पाया कि उसमें असंख्य कीड़े कुलबुला रहे थे. ...
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