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Ramesh's Abheevyakti

निसर्ग से व्यक्ति तक

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  • Updated 3 Years Ago

समय के अलसाये प्रवाह में तैरता हुआ…

Updated 5 Years Ago

समय के अलसाये प्रवाह में तैरता हुआ…
समय के अलसाये प्रवाह में तैरता हुआ मन मेरा बढ़ता है, निरखता बीते हुए रिक्त अंतराल को. विचरते मार्ग से उस विशाल रिक्ति के उभरते हैं चित्र मेरी आँखों के आगे.…
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