Ravi Kant Sharma

Ravi Kant Sharma's Adhyatmik Chintan

If we begin to love God not worth any earthly object that
appears to be a love.

  • Rated2.1/ 5
  • Updated 6 Years Ago

Recent blog posts from Adhyatmik Chintan


॥ मनुष्य जीवन का रहस्य ॥
॥ मनुष्य जीवन का रहस्य ॥
भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं... मम योनिर्महद्ब्रह्म तस्मिन्गर्भं दधाम्यहम्‌...
6 Years Ago
BlogAdda
॥ जीवात्मा बूँद है और परमात्मा सागर है ॥
॥ जीवात्मा बूँद है और परमात्मा सागर है ॥
भगवान श्री कृष्ण कहते हैं.... त्रिविधं नरकस्येदं द्वारं नाशनमात्मनः । का...
10 Years Ago
BlogAdda
॥ भाग्य और पुरुषार्थ के भेद ॥
॥ भाग्य और पुरुषार्थ के भेद ॥
भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं... नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मणः। ...
10 Years Ago
BlogAdda
॥ नियम पालन से ही आध्यात्मिक उन्नति संभव ॥
॥ नियम पालन से ही आध्यात्मिक उन्नति संभव ॥
भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं.... यः शास्त्रविधिमुत्सृज्य वर्तते कामकारतः ।  ...
10 Years Ago
BlogAdda
॥ अहंकार परिवर्तन से मुक्ति संभव ॥
॥ अहंकार परिवर्तन से मुक्ति संभव ॥
भगवान श्री कृष्ण कहते हैं.... मम योनिर्महद्ब्रह्म तस्मिन्गर्भं दधाम्यहम्‌ ...
13 Years Ago
BlogAdda
॥ संसार एक कारागार है ॥
॥ संसार एक कारागार है ॥
भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं.... एवं ज्ञात्वा कृतं कर्म पूर्वैरपि मुमुक्षुभिः ।...
13 Years Ago
BlogAdda