वेटलिस्ट (Waitlist)
तुम बहुत पसंद आये हमें तुम्हारे लिए ही बनी ये जगह हम बेशक़ चाहते है तुम आओ मगर...
3 Years Ago
तरकीबें
दराज़ों में इंक़लाबी पर्चों, इंस्ट्रक्शन मैन्युअलस और वारंटी कार्डस के नीच...
4 Years Ago
अम्मा
संकरी गलियाँ अशोक व्रक्ष परचून की दूकान दुर्गा मंदिर मिली हुई छतें ग़र तुम इ...
4 Years Ago
टूथ ब्रश
कितनी बार कहा है तुमसे मटन तुम्हारा मीट नहीं. मुझे फिर ज्यादा महनत लगी रसीले ...
4 Years Ago
तीन मूर्ती लाइब्रेरी
१. नेहरु कभी घूमते थे यहाँ, मौलाना, प्रसाद, पटेल बाद दफ्तर के सब आते थे साथ पीने...
5 Years Ago
महज़ ये कहने के लिए…
महज़ ये कहने के लिए की इंसान धर्म से बड़ा है देशप्रेम और राष्ट्रवाद दो अलग बाते...
5 Years Ago