याद आते हैं।
बैठे बैठे गुज़रे जहाँ याद आते हैं.. ज़ेहन के सेहरा मैं, उनके कदमों के निशाँ य...
10 Years Ago
कोई बात नहीं...
जब भी तेरे दर से गुज़रते हैं, ढूंढते है तुझे सजदा करते हैं हम, काफ़िर जैसे ख...
12 Years Ago
मैं मसखरा हुआ...
दिलों के ग़म मिटाने को,आँखों से नमी हटाने को जहाँ तेरा आंसू गिरा, उस राह को च...
12 Years Ago
अंतिम खोज....
मृगतृष्णा सा आभास भी नहीं, सफलता या संघर्ष ,क्या है जीवन? भूत, भविष्य या वर्तम...
12 Years Ago
बेरुख़ी मुबारक..
जिसको था इंतज़ार तेरा उसको ही खबर नहीं, बेपरवाह तू है मगर इतनी बेखबर नहीं, मह...
12 Years Ago
सांसे...
कभी कभी ज़िन्दगी में कमी महसूस होती है, पत्थर सी आँखों में भी नमी महसूस होती ...
12 Years Ago