A

Abhishek Sahu's PhAnTaStIc AbHi-ShAkE

The contents of the blog were written and accomplished
through intentional procrastination and ultra lazy
ruminations

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  • Updated 9 Years Ago

कुछ हाल ऐसा है

Updated 11 Years Ago

कुछ हाल ऐसा है
सोए हूए आँखों से नींद चुराना, बीते हूए लम्हों से पल चुराना आदत थी तुम्हारी,आदत ही रहेगी, अच्छे भले इंसान से चैन चुराना काँच पे बारिश ...
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