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Ajanta Sharma's Ajantasharma

A blog of hindi Poetry by Ajanta Sharma

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  • Updated 4 Years Ago

पल भर का ग्रहण : : हिंदी कविता

Updated 13 Years Ago

पल भर का ग्रहण : : हिंदी कविता
तुम्हें जिस दिन अपनी गलियों से गुज़रते देखा था, मेरा दहकता धर्म गंगोत्री के चरण धर सुरसरी संग बहने की इच्छा करने लगा था.   मैं सूर्य ...
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