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Alok Shankar's Vicharaarth

my view on the world , society and dreams

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  • Updated 16 Years Ago

कर्मवीर

Updated 16 Years Ago

सोने दो उन्हें , जिन्हें सोने की आदत है; कर्मवीर हैं, ज़रा सा इस गुण का दंभ- सो, सो रहे हैं; इंसान आदमी जो बन रहा है।
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