A

Amit G Mohod's Ugich Kahitari.. Mazya Kavita..

Its is unique.. as just everyone's is... its a platform for
me to jot it down what I feel...

  • Rated1.9/ 5
  • Updated 2 Years Ago

घे आज सारे..

Updated 6 Years Ago

घे आज सारे, तुजला गुलाब माझे, काट्यांसवे तुझ्या, मजला जगू दे जरा.... तू जा तुझ्या प्रवासा, घेऊन काफ़िला तो, माझी वाट आता, अशीच सरु दे जर...
Read More