मज़हब और रूहानियक में फर्क
- विनोबा - रूहानियत मज़हब से अलग चीज़ है। मज़हब हर ज़माने में, हर कौम के लिए ...
9 Years Ago
मानवता की पुकार
- विनोबा ( विनोबाजी का यह लेख आचार्यकुल पत्रिका ( दिसम्बर 2014) के अंक में मैंन...
9 Years Ago
आओ हम इतिहास बनाएँ...
आज अचानक की मुझे ये गीत मिला - आओ हम इतिहास बनाएँ। तो कई पुरानी यादें ताज़ा ह...
9 Years Ago
लिक्विड सोप
बात कल शाम की है। जैसे ही मैं अपने ऑफिस के पेशाबघर में दाखिल हुआ , तो अन्दर द...
11 Years Ago
जीवन शिक्षा... जो मुझे मिली
७ जनवरी को हमारी माई, यानी प्रवीणा देसाई अपनी उम्र के ७५ वर्ष पूरे कर रही हैं...
12 Years Ago
साक्षात्कार
- अमित (यह कहानी उस एकलव्य को समर्पित है, जिसने अकादमिक िशक्षण को नकार कर खुद ...
13 Years Ago