A

Anamika Ghatak's Kavita

visit my blog. this is hindi poetry blog

  • Rated2.5/ 5
  • Updated 6 Years Ago

ख्वाव तेरे किरचियाँ बन ...

Updated 7 Years Ago

ख़्वाब तेरी किरचियाँ बन आँखों को अब चुभने लगी गम की आँधियाँ इस तरह ख्वाबों के धूल उड़ा गए मंज़िल पास थी रास्ता साफ था दो कदम...
Read More