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Anirudh Singh Chauhan's Momentary Lapse Of Reason

Satire and reflections of life by a 30 year old IT employee
who loves his drink

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  • Updated 2 Years Ago

ज़िंदगी हिसाब मांगती है

Updated 5 Years Ago

ज़िंदगी हिसाब मांगती है
ज़िंदगी की इस भाग दौड़ में मेरी कलम ठहर सी गयी है। शब्दों की आंधी जो अंदर थी मेरे , धीरे धीरे ठंडी आहों में बदल गयी है।   कभी कभी Goo...
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