गुबार ए दिल
उनसे राहत-ए-नज़र का रिश्ता है. यह ना समझो जिगर का रिश्ता है. रात कटती सनम क...
12 Years Ago
गुबार ए दिल
कुछ बुरी आदत का वो है शिकार, क्या करें. हम भी हैं उन आदतों में शुमार, क्या क...
12 Years Ago
गुबार ए दिल
भाड़ में जाए चाँदी-सोना, बच्चा चाहे कोई खिलौना. एक तेरी आँखों के आगे, पान...
12 Years Ago
गुबार ए दिल
यारों गम-ए-हयात का चर्चा किया ना जाए अभी इस अधूरी बात का चर्चा किया ना जाए ...
12 Years Ago
टूटी हुई चप्पल
एक थे मगन लाल शर्मा जी और एक थी उनकी चप्पल. मगन लाल जी जब मोहल्ले भर के लिए मग्...
14 Years Ago
परिंदा या दरिंदा
निर्दोष परिंदा हूँ मैं या कोई दरिंदा हूँ मैं , मुझे अब तक समझ नहीं आया , ...
15 Years Ago