A

Ankur Rastogi's Gubaar-e-dil

An expression of my creativity........

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  • Updated 12 Years Ago

तुम और दिवाली

Updated 15 Years Ago

तुम और दिवाली
मे री आँखों का नूर हो तुम, सूरज की लाली तुमसे है. मेरे जीवन की ज्योत हो तुम, मेरी दिवाली तुमसे है.
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