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Archit Aggarwal's Khel Shabdon Ka

The blog contains poems, stories and essays written by me.
Although most of the work is in Hindi, I have tried writing
in English as well.

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  • Updated 9 Years Ago

ज़रा सोचो

Updated 9 Years Ago

यह कविता थोड़ी गहरी है और रोज़मर्रा की चीज़ों से ज़रा हटके है। हो सकता है कि इस कविता के पीछे की मुख्य सोच पर आप मुझसे सहमत न हों क्योंकि सब की एक अलग परिभाषा है, सबके अलग विचार हैं इस विषय पर और अगर आ…
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