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Asheesh Dube's Mrig-mareechika

This blogs contains hindi poetry by Kumar Asheesh

  • Rated2.6/ 5
  • Updated 17 Years Ago

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दूध का‍ फिर कोई धुला न हुआ
दूध का‍ फिर कोई धुला न हुआ मुझ सा इन्‍सान काफिला न हुआ तेरे कूचे से अबकी यूं ग...
17 Years Ago
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पग-पग शूल
तेरी सुधियों के उपवन में पग-पग शूल बिछे शूलों पर सोये सुमनों की खातिर गीत लिख...
17 Years Ago
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जुनूं की हद से
तू ऐसी चीज नहीं है कि भुलाये तुझको जुनूं की हद से गुजर जाये तो पाये तुझको तू म...
17 Years Ago
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किरकिरी
सादगी आंख की किरकिरी हो गयी छोड़िये, बात ही दूसरी हो गयी उसकी आहट के आरोह-अवरो...
17 Years Ago
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दुनिया
कभी तो ऐसे कि जैसे बरस हुए हों मिले कभी अजीज दिलो जां से भी लगे दुनिया बता ऐ जी...
17 Years Ago
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इक ऐसी नज्‍म
वो एक बार मुझे देख मुस्‍कुराये अगर फिकर नहीं है मेरा दिल ही डूब जायेगा अगर भल...
17 Years Ago
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