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BIPIN SEN's Kautuhalblog

मेरे मन की हलचल…..

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  • Updated 6 Years Ago

माँ तो सबकी एक-जैसी होती है

Updated 9 Years Ago

माँ तो सबकी एक-जैसी होती है
बस से उतरकर जेब में हाथ डाला। मैं चौंक पड़ा। जेब कट चुकी थी। जेब में था भी क्या? कुल 400 रुपए और एक खत, जो मैंने माँ को लिखा था कि—मेरी नौकरी छूट गई है; अभी पैसे नहीं भेज पाऊँगा…। तीन दिनों से वह प…
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