Neeraj Kumar

Neeraj Kumar's Probinglife

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सोचा था सुबह होगी...

Updated 6 Years Ago

सोचा था सुबह होगी...
सोचा था सुबह होगी, सहर होगी, क्या पता था के ज़िंदगी... खबर होगी... ज़हर होगी ! ###
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