G

Ganga Dhar Sharma's GANGA DHAR SHARMA HINDUSTAN

poems by ganga dhar sharma hindustan can be read here.

  • Rated2.4/ 5
  • Updated 2 Years Ago

गज़ल : मौसम की मस्तियों को खफखान हो न जाए.

Updated 6 Years Ago

................................गज़ल....................... मौसम की मस्तियों को खफखान हो न जाए. नौका ये आज फिर मेरी गरदान हो न जाए. आओ सभी क...
Read More