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Nidhi's I Am Agog

Scribblings of a curious soul, distracted by my own
thoughts. Not afraid to Try, Fail, Learn, Explore, Poke and
Finally Nail It.

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बिना तेरे

Updated 7 Years Ago

बिना तेरे
बिना तेरे, नहीं ढूंढता कोई तंग गलियों में, खोयी हुई हूँ इन पहेलियों में, पूछता नहीं कोई गीली पलकों के फ़साने, आसूं भी ढूंढते हैं हाथों के सरहाने। किस्से कहूँ, माँ डर लगता है, दवा से नहीं दुआ में असर…
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