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Jafar's
The Missed Beat
Its about my poetry all poems are oly mines.
Rated
2.6/ 5
Updated
2 Years Ago
Blog by Jafar
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चिता की आग में जल रहा हूँ मैं ......
Updated 6 Years Ago
By
Jafar
चिता की आग में जल रहा हूँ मैं , तेरे मिलने को मचल रहा हूँ मैं , एक रोज़ कभी मिली थी फूलो की सेज़, जबकि रोज़ काँटों पर चल रहा हू...
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मेरी गली में वो चाँद जलवानुमा सा है..,
अबकी बार तुम कितने बदले -बदले से लगते हो...
तुम उस तरह से बेवफा नही होना...
The Missed Beat
लिख़ने को बस तेरा एक नाम बाक़ी है..
इस रात का कोई किनारा नज़र नही आता,
ज़िन्दगी कही भी रही उसी की रही...
भूलने की कोशिश में मोहब्बत की है।
ज़िन्दगी तुझसे अब पहली वाली मुलाकात नही होती....
तेरे घर से उड़ती हुई हवा आयीं है,
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रात अभी बाकी हैं,कोई सितारा टिमटिमाया हैं..
कभी-कभी पुरानी डायरी खोल लेता हूँ.....!
टूट-टूट कर कई बार जुड़ा हूँ मैं......
आईने तोड़ देने से शक्ले नही बदला करती
इतनी प्यास थी कि फिर हद से गुजरने में वक़्त लगा...
सारे फ़रिश्ते घबरा जल्दी घर लौट आये हैं....
जो चाँद पलकों पे था आँसू संग उतारा हैं.....
दोस्त बहुत हैं यहाँ कोई यार नही....!!!
अंधेरे ही फैलाने को यहाँ उजाला निकलता हैं.....
बहुत गरूर था हमे,आसमानों में आशिया बनाना था....
मेरी हसरतो को कुचलकर शहनाईयां बजाना..
शाम से दिल में सुलग रहा कोई....!!!
तेज़ बारिस थी धूप मुह दिखाने लगी....!!!
बंद होके लिफाफे में,घर आ जाया तो करो .
पूजा की थाली तुलसी का पत्ता हैं माँ.....!!!
चाँदनी नीली रात फिर उफ़ान पे है.....
बैठ के सुबह शाम को मैं लिखता रहा ,
बर्तन माझती कुम्हारिन के हुस्न पर ग़रीबी हावी हैं..!!!
वजह की ज़िद में ज़िन्दगी का मज़ा नही ले पायेगा......!!!
कितने राज कल रात दफ़न हो गये....
मुझसे हो नही पाया तुम कर नही सकते.....
धूर्त ही बिसात हो तो ,हौसले कैसे बरकरार रखे....!!!
मुझसे यकीन बनकर तू लिपट क्यो नही जाता.....
कोई मीरा अभी ये कंहा जान पायी हैं...
क्या मै तुम्हारे तरीके सीख पाऊँगा.....???
ये दो कमरे जो कभी घर न बन सके....
तृष्णा का उपचार क्या हैं...?
तू एक बार गले लगा के देख ले.....
तेरे मेरे मन के नगर क्षितिज के पार होंगे...
क्या करूँ के मेरे पाँव मेरी चादर से ज्यादा हैं...!
TAGS
Poetry
Writting
Love Relationship
Affection
Pain
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