J

Jhilmil Jhala's Dreams And Reality

Personal blog, trying to use as a platform to learn writing

  • Rated2.8/ 5
  • Updated 5 Years Ago

Bas Tum

Updated 7 Years Ago

Bas Tum
कभी मरहम देते हो, तो कभी मशवरा.. क्यूँ तरस खाते हो, जब जानते हो, मेरे मर्ज़ की दवा तुम हो? कभी बेचैनी देते हो, कभी सुकूं.. क्यूँ सज़ा देते हो, जब जानते हो, मेरे दिल की खता बस तुम हो.. कभी हल्का सा …
Read More