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Laxmi N. Gupta's Kavyakala

Primarily my poems and prose pieces

  • Rated2.4/ 5
  • Updated 3 Months Ago

यमलोक में बेरोज़गारी

Updated 6 Years Ago

हमेशा की तरह प्रभु क्षीरसागर में शेष सय्या पर शयन कर रहे थे लक्ष्मी जी चरण दबा रहीं थीं प्रभु की आँखों में खुमारी थी लेकिन इतने में वीणा का...
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