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Makk's Flowing Against Time...

The blog is a representation of my fictional work about
human nature & emotions.

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  • Updated 6 Years Ago

गुफ़्तगू

Updated 7 Years Ago
By Makk

क्या कहें  क्या ना कहें, कुछ इसी गुफ़्तगू में हैं हम|  आपसे नहीं अपने, लफ़्जों से ख़फ़ा हैं हम | समझना औ समझाना , हमारे बस में नहीं ...
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