दुवा
दुवा में सज़ा देने वाले तुझे सज़ा में दुवा दे रहा हूँ हर दुवा हो पूरी तेरी, और...
9 Years Ago
और कुछ?
डर कमजोरी से नही दोस्त अपनी ताकद से लगता है.. अक्सर ताकद या तो बोझ उठाने के लि...
9 Years Ago
सरसों के दाने
सरसों के दाने फिर याद आये जिन्हे ले आने भेजा था बुद्ध ने कभी यूं तो हर बार आ ज...
9 Years Ago
झंझीर लिखता हूँ
रस्मों के पत्थरों पर रिश्तों के बोझ लिखता हूँ रोज जिंदगी पर एक नयी झंझीर लिख...
9 Years Ago
चाशनी..
निगाहो में जिसके सहर रहती है, वो रोशनी हो तुम, लबों से लब्ज़ो में मिठास भरती ह...
12 Years Ago