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Pratyaksha's Pratyaksha

my thoughts , my imaginations

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दोस्त

Updated 13 Years Ago

दोस्त
धीमे कोई गीत , ज़रा एक सुर, सूनी गलियों में तिरता बुदबुदाता है , दोस्त ? नशे में बहकती किसी लय पर थिरकती एक टूटी सी हिचकी, कोई आधे से साँस क...
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