कब
स्त्री हूँ मैं बहुत कुछ सोचना पड़ता है मुझे कब सोना है, कब उठना है । कब रोना है, ...
11 Years Ago
कब
स्त्री हूँ मैं बहुत कुछ सोचना पड़ता है मुझे कब सोना है,कब उठना है । कब रोना है,...
11 Years Ago
राजधानी
राजधानी ऊंची – ऊंची अट्टालिकाएं देश-विदेश से आने वाले नित नए चेहरे जनपथ पर द...
12 Years Ago
दशहरा
पापा से मेला के लिए मिले 5 रुपये, मम्मी को फुसलाकर लिए 2 रुपये और गुल्लक तोड़...
12 Years Ago
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12 Years Ago
कब्रिस्तान का बूढा भूत
आज पहली बार ऐसा हो रहा था कब्रिस्तान में ! भूतों की जमघट लगी हुई थी उस बरगद के न...
12 Years Ago