Ravi Kant Sharma

Ravi Kant Sharma's Adhyatmik Chintan

If we begin to love God not worth any earthly object that
appears to be a love.

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  • Updated 6 Years Ago

॥ जीवात्मा बूँद है और परमात्मा सागर है ॥

Updated 10 Years Ago

॥ जीवात्मा बूँद है और परमात्मा सागर है ॥
भगवान श्री कृष्ण कहते हैं.... त्रिविधं नरकस्येदं द्वारं नाशनमात्मनः । कामः क्रोधस्तथा लोभस्तस्मादेतत्त्रयं त्यजेत्‌ ॥  (गीता १...
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