Ravi Kant Sharma

Ravi Kant Sharma's Shri Ramcarit Manas

If we begin to love God not worth any earthly object that
appears to be a love.

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॥ मंगलाचरण - बालकाण्ड ॥

Updated 10 Years Ago

॥ मंगलाचरण - बालकाण्ड ॥
श्लोक वर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि। मंगलानां च कर्त्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ॥ (१) भावार्थ:- शब्दों के अर्थ समूहों, रसों, छन्दो...
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