Diversity & Inclusion
Thoda tu alag, Thoda main alagKehna ye kitna asan haiSocha kbhi, Ek hai hum ?Kyunki Pahle hum insan haiRang alag, dharm alagAlag apna makan haiSarhadien kheechi hai zameen parPar sabka ek ashman ha…...
4 Years Ago
Ek Sham !!!
मुद्दतो बाद, खुले आसमान में ,एक हसीं शाम लिए बैठा हूँ |बेफ़िक्रों के माफ़िक़, तक र...
4 Years Ago
बातें !!!
बातें ! कितनी अजीब होती है, हसांती है, रुलाती है, बुरी लग जाये तो, लोगो के मुँह फ...
4 Years Ago
दूर तक जाना है !!
कुछ पाया है, कुछ अभी पाना है, आँखों में ख्वाब है, ख्वाहिशो का ठिकाना है । लड़खड़ा ...
5 Years Ago
रंग !!
हर तरफ “इश्क़” में रंगा आसमान होगा । वो मुझमे थी , और उसमे सारा “जहान” होगा । Har tar...
5 Years Ago
वक़्त !
अपने पल खुद से चुरा रहा हूँ , अँधेरे में बैठ कर मुस्कुरा रहा हूँ । कभी फिर आ कर ...
5 Years Ago