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Sachin Jai's Sachin Jai

Scribbles, Computer-Science, Astronomy

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Waqt ki chheetein

Updated 10 Years Ago

Waqt Ki Chheetein
अनजाने बनते चले हैं मेरे जानने वाले कैसे समझाऊँ उन्हें जो बनते मेरे चाहने वाले जिद छोटी सी जीने की है मेरी अपनी तरह दुनिया की बनी ब...
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