जाने वाले कब लौटे हैं क्यूँ करते हैं वादे लोग
जाने वाले कब लौटे हैं क्यूँ करते हैं वादे लोग नासमझी में मर जाते हैं हम से सी...
12 Years Ago
क्या कभी सोचे गए हम
अजनबी खुद को लगे हम इस कदर तन्हा हुए हम उम्र भर इस सोच में थे क्या कभी सोचे गए ...
13 Years Ago
चुन लिया सुबह के सूरज का उजाला मैंने
अपने हर दर्द को अशआर में ढाला मैंने ऐसे रोते हुए लोगों को संभाला मैंने शाम कु...
13 Years Ago
मेरी गजलों में महक होगी, तरावत होगी
जब कभी मुझको गम-ए-यार से फुर्सत होगी मेरी गजलों में महक होगी, तरावत होगी तराव...
13 Years Ago
टूटे हुए दिल की है बस इतनी-सी कहानी
शीशे के बदन को मिली पत्थर की निशानी टूटे हुए दिल की है बस इतनी-सी कहानी फिर को...
13 Years Ago
तिश्नगी थोड़ी बढ़ाकर देखना
तिश्नगी थोड़ी बढ़ाकर देखना सूख जाएगा समुन्दर देखना अपनी आदत, अपने अन्दर देख...
14 Years Ago