S

Sourabh Goyal's Mindoodles

for everything that doodles in my mind

  • Rated3.0/ 5
  • Updated 8 Years Ago

Aaj ki Baat

Updated 8 Years Ago

बैठा हूँ आज फिर कुछ लिखने के लिए, कुछ बातें समझने और कुछ बातें समझाने के लिए| विडंबना देखिए ये ज़िंदगी की, वक़्त गुज़रते, वक़्त नही लगता,पर समय गुज़ारने में समय बहुत लग जाता हैं, काम करने का मन भी …
Read More