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Deepak's Whimsical Acumen

Expressions of my thoughts with a pinch of lunacy

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  • Updated 12 Years Ago

किंकर्तव्यविमूढ़

Updated 13 Years Ago

किंकर्तव्यविमूढ़
चलने ही चलने में कितना जीवन, हाय, बिता डाला! 'दूर अभी है', पर, कहता है हर पथ बतलानेवाला, हिम्मत है न बढूँ आगे को साहस है न फिरुँ पीछे, किंकर...
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