Veerendra Shivhare

Veerendra Shivhare's Veerkikalamse

तुझे अपना कहूं तो किस
हक से वीर, तेरी साँसों
ने छीन ली जिंदिगी मेरी

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  • Updated 6 Years Ago

अच्छा लगता है... • वीरांश | वीर की कलम से

Updated 10 Years Ago

अच्छा लगता है... • वीरांश | वीर की कलम से
तुम से दिल की हर बात कहना अच्छा लगता है, इस बेगानी दुनिया में तू मुझे अपना लगता है| तुझ संग गुज़र रही है बहुत आराम से ज़िंदगी, तुझ बिन फूलों से भरा रास्ता खुदरा लगता है| तुम से दिल की हर बात कहना अच्छा लगता है… सादा दिल ही यहाँ होते हैं दाग-दाग, जिन्हें …
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