Vishvaraj Chauhan

Vishvaraj Chauhan's Halfway To Asphodel

Halfway To Asphodel, a novel attempt at writing about the
musings and thoughts of a harmonised disaccord.

  • Rated3.2/ 5
  • Updated 5 Years Ago

Savaal Hai (Poem)

Updated 6 Years Ago

दर वीरान है और दस्तक का सूना हाल है, शहर मे मकान तो है, पर घर का सवाल है| खुले उजाले मे बस्ते अंधेरे का ख़याल है, हँसना आता तो है, पर हँसी खिलने का सवाल है| रात को नींद नही पर दिन से लड़ने की मज़ाल…
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