पेशेवर साफ्टवेयर इंजीनियर विनोद कुमार पाण्डेय हिन्दी रचना साहित्य में भी सक्रिय हैं। उन्होंने काव्य के क्षेत्र में गत कई वर्षों से सक्रिय भूमिका अदा की है। उनका एक गीत संग्रह ‘एक शीशी गुलाब जल’ हर्फ पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। इसमें उनकी 114 रचनाओं का संग्रह है। तुकान्त लयात्मक मुक्तकों के बीच से गुज़रती इस पुस्तक की काव्यधारा विभिन्न सामयिक विमर्शों से दो-चार होते हुए आगे बढ़ती है। इसमें अध्यात्म, इतिहास, प्रकृति, सामाजिक ताने-बाने के संघर्ष, स्त्री-विमर्श, राष्ट्रीय विमर्श, किसान, मजदूर सभी की आवाज़ निकलती है। ek-sheeshi-gulab-jal-vinod-pandey
Read More