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Yogendra Joshi's Jindagee Bas Yahee Hai

Short account of what I often observe or experience in the
immediate world around me.

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  • Updated 6 Years Ago

अपूरित कामना

Updated 7 Years Ago

आज मन्नूभाई घर पर तशरीफ़ ले आए, अप्रत्याशित-से दोपहर के वक्त । तीन-चार सप्ताह में वे एक बार मिलने जरूर आते हैं और आते हैं तो संध्याकाल के समय। इस समय आना असामान्य ही था। मन्नूभाई मेरे पुराने सहयोगी …
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